Meri sweet jaan,
Tere liye ek poem likhna chahta hu
ऐ जिन्दगी !
एक सवाल है तुझसे,
क्यों आये दिन
रूठी रहती है मुझसे?
जब पता है
ये सफ़र हम दोनों को
साथ में तय करना है
तो बात समझौते से भी
की जा सकती है,
क्यों न एक-दुसरे का हाथ थाम के
इस खूबसूरत सफ़र का
भरपूर आनंद लिया जाए,
थोड़ा मैं ख्वाइशें कम कर लूँगा,
थोड़ा तुम खुद को सुलझा देना
जब ये मुमकिन है तो
क्यों हमारे दरमियान
इतनी उलझने हैं
जब एक ही कश्ती से
दरिया पार करना है तो
हर मोड़ पे इतना बवाल क्यों?
ऐ जिन्दगी !
बस इतना सा
सवाल है तुझसे..
Love you sooooooooooooooooooooooooooooooooo much pglu
Teri jagah koi nhi le skta darling
Mai sirf tera hu mere gol laddu
Take care bhalu
uuuuuuuuuuummmmmmmmmmaaaaaaaaaaaahhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh
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